Join us

मैं संस्था से क्यों जुड़ूं, मुझे क्या लाभ ?

* मेरा सपना कि भारत को गरीबी और अशिक्षा से मुक्त बनाना है। मैं एक ऐसा दिन देखना चाहता जब कोई खाली पेट नहीं सोता और सभी के पास पहनने के लिए कपड़ा होता है। मुझे लगता है कि अगर कोई व्यक्ति कमा रहा है और वह समाज के लिए एक पैसा नहीं दे रहा है तो वह आय कुल बर्बादी है। मैं अपने समाज के लिए प्रेरणा बनना चाहता हूं।

* जब भी हम कुछ अच्छा करते हैं या ऐसे लोगों की मदद करते हैं जिन्हें वास्तव में हमारी मदद की ज़रूरत होती है, तो हमें आत्म-संतुष्टि की भावना मिलती है।

* मे्रे व्यक्तित्व में व्यापक रूप से सुधार होगा। मैं एक लीडरशिप की विशेषताओं को विकसित कर पाउँगा और यह कौशल और लोगों की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने की क्षमता में सुधार करेगा जो बदले में मेरे नौकरी/व्यवसाय में भी मदद कर सकता है।

* संस्था से विधिवत जुड़ने से मुझे एक पंजीकृत समाजसेवक होने का एहसास होगा, मैं गर्व व साहस से समाज व राष्ट्र हित कार्य कर पाउँगा क्योंकि संस्था का संरक्षण मेरे साथ होगा।

* व्यापक उद्देश्यों वाले कार्यों के लिए निर्मित मैं इस संस्था में अपनी रूचि अनुसार कार्य कर पाउँगा। ऐसा नहीं कि मैं किसी कार्य में लाभ नहीं कमाऊंगा पर वह लाभ न्यायोचित होगा जिसमें समाज को लाभ होगा और मुझे हानि नहीं होगी।

* मैं ऐसा भी मानता कि समाज व राष्ट्र की स्वयंसेवा तनाव, क्रोध और चिंता के प्रभावों का प्रतिकार करने में मदद करती है। दूसरों के साथ मदद करने और काम करने का सामाजिक संपर्क पहलू आपके समग्र मनोवैज्ञानिक कल्याण पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।

* हार्मोन और मस्तिष्क की गतिविधि को मापने के द्वारा, शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि दूसरों के लिए सहायक होना बहुत खुशी देता है। दूसरों को देने के लिए इंसान कठोर परिश्रमी होता है। हम जितना अधिक देते हैं, उतना ही खुशी महसूस करते हैं।

* अपने हितों और जुनून का पता लगाने के लिए स्वयंसेवा एक आसान तरीका है। स्वयंसेवक काम करते हुए आप खुद क़ो सार्थक और दिलचस्प पाते हैं, अपने काम, स्कूल, या परिवार की प्रतिबद्धताओं के दिन-प्रतिदिन की दिनचर्या से एक आराम, स्फूर्तिदायक पलायन हो सकता है। स्वयंसेवा हमें नए सिरे से रचनात्मकता, प्रेरणा और दृष्टि प्रदान करता है जो हमारे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में आगे बढ़ सकता है।

* अनुसंधान से पता चलता है कि प्रति सप्ताह सिर्फ दो से तीन घंटे, या वर्ष में लगभग 100 घंटे, हम स्वेच्छा से सामाजिक कार्य करें जो हमको सहज महसूस कराता है। स्वयंसेवा को एक मजेदार और पुरस्कृत शौक की तरह महसूस करना चाहिए, न कि आपकी टू-डू सूची में एक और राग।

* एक एनजीओ में मेरी योजना बहुत आगे तक जा सकती है। हम अपने देश को बदलने के लिए योजना और प्रयास करते हैं। हमारे लक्ष्य 1 सप्ताह या 2 सप्ताह नहीं होते, बल्कि वर्षों और दशकों में फैले हुए होते।

* समाज व राष्ट्र हेतु संस्था के साथ काम करते समय मैं देख पाउँगा कि मेरे जीवन का क्या मतलब है।

* एक एनजीओ हमें किसी ऐसी चीज के लिए काम करने में मदद करता है, जिसके बारे में हम वास्तव में भावुक हैं। हम समाज में जो बदलाव ला रहे हैं, उसे देख सकते हैं और इस तथ्य से संतुष्टि प्राप्त कर सकते हैं कि यह हमारे प्रयासों से है कि किसी और का जीवन बेहतर के लिए बदल रहा है।

* मैं राष्ट्र व समाज सेवा के साथ-साथ Helping Hands Fund में अपनी सुरक्षा निधि भी चाहता ।

मैं संस्था में परिवर्तन मित्र कैसे बनूं ?
भारत में रहने वाला कोई भी भारतीय नागरिक परिवर्तन योगेश संस्था से जुड़ सकता है। संस्था सम्पूर्ण भारत में बिना धर्म-जाति भेदभाव समाज सेवा के कार्य करने को संकल्पित है। परिवर्तन योगेश परिवार में वही जन जुड़ें जिनमें देशप्रेम व समाज हित की नासिर्फ भावना हो बल्कि कार्यनिष्ठा भी हो। संस्था में जुड़ने वाला हर सदस्य परिवर्तन मित्र कहलाता है। परिवर्तन मित्रों की दो श्रेणियाँ हैं 1. (सहयोगी) परिवर्तन मित्र 2. (पंजीकृत) परिवर्तन मित्र। संस्था सम्पूर्ण भारत हेतु पंजीकृत है। संस्था से जुड़ने के लिए साईट में Membership Form को चुनें। हर सहयोगी परिवर्तन मित्रों की तस्वीर blogsite पर रहेगी व उनका संस्था सहयोग आजीवन 120 रु होगा।  हर पंजीकृत परिवर्तन मित्र का आजीवन 360 रु सदस्यता शुल्क है। हर परिवर्तन मित्र की तस्वीर साइट पर स्थाई प्रकाशित रहेगी। सदस्यों से अनुरोध कि यदि उन्हें अपने क्षेत्र में कोई सामाजिक कार्य करना या कर रहे तो उसकी रूपरेखा संस्था के सामने रख कर संस्था का अनुमति पत्र प्राप्त करें तांकि सदस्यों को कार्य करने में बल मिले। आपका कार्य https://parivartanyogesh.blogspot.com/ की गैलरी व यूट्यूब में भी प्रकाशित होगा।

How do I become a Parivartan Friend in the organization?
Any Indian citizen living in India can join Parivartan Yogesh Sanstha. The organization is committed to work social service without religious discrimination, all over India. Join the same people in the Parivartan Yogesh family who have not only a sense of patriotism and social interest, but also commitment. Every member joining the organization is called Parivartan Mitra. There will be two categories of Parivartan Mitras 1. (Companion) Parivartan Mitra 2. (Registered) Parivartan Mitra. The institution is registered for the whole of India. To join the organization, select the Membership Form in the site. Every companion Parivartan Mitra will be a picture on blogsite and their association will be Rs 120 Life time. Every registered Parivartan Mitra has a membership fee of Rs. 360 Life time. Every Parivartan Friend's picture will be permanently published on the site. The members are requested that if they do or are doing any social work in their area, then they should get the permission letter of the organization by putting the outline of it in front of the organization so that the members get the strength to work. Your work will also be published in the gallery of https://parivartanyogesh.blogspot.com/ & on youtube.

संस्था में पंजीकृत सदस्यों के लाभ :
1. परिवर्तन मित्र {Digital Social Worker Card}
2. Digital Certificate of Helping Hands.
3. सदस्यों की व उनके द्वारा संस्था हेतु Helping Hands Fund में एकत्रित राशि का 25% उनकी सुरक्षा निधि में सुरक्षित।
4. संस्था की परियोजनाओं में लाभांश।
5. सदस्यों द्वारा समाज हित उपक्रम खोलने पर संस्था का संरक्षण।
5. सदस्यों के राष्ट्र व समाज हित कार्यों का प्रचार प्रसार।
मात्र 360/- रू आजीवन सदस्यता लेकर संस्था ने आपसे क्या लिया व आपको कितना दिया, विचार करें।

send Membership fees  at :  Parivartan Yogesh
                                             ICICI Bank
                                             Account No. : 100505001876
                                             IFS Code : ICIC0001005

                                             Paytm : 9350902419

CALL US : 011-25998004 WhatsApp : 9953175076

Comments

Popular posts from this blog

Donate through purchasing short Naitik Shiksha Books for Childrens

Donate Books in Book Dispensary Tresury